Tuesday, November 23, 2010

नन्हा कलाकार


मित्रों, यहाँ मुझे अपने पुत्र प्रेरक को प्रस्तुत करते हुए बड़ी ख़ुशी हो रही है. बाल सुलभ मन वैसे तो नित नयी चीज सीखने की प्रक्रिया में व्यस्त रहता है, लेकिन अगर उसकी प्रतिभा को पहचान कर उसे सही दिशा दे दी जाये तो वह भविष्य में नए आयाम स्थापित कर सकता है. इसी प्रक्रिया से गुजर रहे प्रेरक की बनाई एक कलाकृति प्रस्तुत कर रहा हूँ. आशा है आपको पसंद आएगी. वह अपने नाम की सार्थकता को भविष्य में सिद्ध कर जीवन की ऊँचाइयों को छुए इसके लिए आप सभी उसके उज्जवल भविष्य की कामना करें, यह मेरी "गुजारिश" है.

8 comments:

  1. बहुत सुंदर चित्र और रंगों का संयोजन भी बहुत अच्छा है |प्रेरक को मेरी तरफ से उज्जवल भविष्य की शुभकामनाए|

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  2. एक ओर बात हरी घास पर दिया गया विशेष प्रभाव बहुत सुंदर लग रहा है |

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  3. बहुत सुन्दर चित्र है| प्रेरक को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाए|

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  4. ब्‍लागजगत पर आपका स्‍वागत है ।
    bahut sunder .

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  5. शुभकामनाएं

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  6. इस नए सुंदर से चिट्ठे के साथ आपका हिंदी ब्‍लॉग जगत में स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

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  7. लेखन के मार्फ़त नव सृजन के लिये बढ़ाई और शुभकामनाएँ!
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    आलेख-"संगठित जनता की एकजुट ताकत
    के आगे झुकना सत्ता की मजबूरी!"
    का अंश.........."या तो हम अत्याचारियों के जुल्म और मनमानी को सहते रहें या समाज के सभी अच्छे, सच्चे, देशभक्त, ईमानदार और न्यायप्रिय-सरकारी कर्मचारी, अफसर तथा आम लोग एकजुट होकर एक-दूसरे की ढाल बन जायें।"
    पूरा पढ़ने के लिए :-
    http://baasvoice.blogspot.com/2010/11/blog-post_29.html

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