
जन्मदिन मुबारक...
सदैव आपके स्नेह और शुभ आशीष के आकांक्षी मेरे पुत्र प्रेरक की आज आठवीं वर्षगांठ है. अपने दीर्घ जीवन के पथ पर अपने नाम को सार्थक कर भविष्य में नए आयाम स्थापित करे इसी मनोभाव के साथ उसके लिए लिखी एक रचना के कुछ अंश....
जन्म तेरा जीवन का उत्सव, लगता रोज़ मनाऊं,
साकार तेरे सपनों की दुनिया, अब मैं करता जाऊं...
फूलों सी खुशबु बिखरा कर दुनिया को महकाना,
भय को भूल निडर बनकर के, खुद को सफल बनाना,
चाह यही है तेरे पथ की, राह बनाता जाऊं,
साकार तेरे सपनों की दुनिया, अब मैं करता जाऊं...
राह कठिन और मंजिल मुश्किल, कभी न तुम घबराना,
जीत तुम्हारे कदम पड़ेगी, हिम्मत सदा दिखाना,
कदम-कदम पर अब मैं तेरा, पथ प्रदर्शक बन जाऊं,
साकार तेरे सपनों की दुनिया, अब मैं करता जाऊं...
*************************** निशांत
13.03.2011
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